याचना से बड़ी कौन दयनीयता
भावना से बड़ी कौन कमनीयता कामना से बड़ी क्या असहनीयता
साधना से बड़ी कौन रमणीयता.
प्रश्न जीवन मरण से बड़ा कौन सा
धर्म मां के चरण से बड़ा कौन सा
नीति सहभागिता से बड़ी कौन सी
पंथ सदभावना से बड़ा कौन सा.
कौन सी हार दुर आचरण से बड़ी
कौन सी जीत सद आचरण से बड़ी
कौन सी हानि अपमान जैसी बड़ी
कौन सा लाभ सम्मान जैसा बड़ा.
शत्रु दुर्भावना से प्रबल कौन सा
मित्र निज आत्मबल से सबल कौन सा
नीर देवापगा सा धवल कौन सा
छीर जननी हृदय सा विमल कौन सा.
कर्म दायित्व की पूर्ति से क्या बड़ा
मर्म निज आत्म अनुभूति से क्या बड़ा
प्रीति अनुराग परमार्थ से क्या बड़ा
शास्त्र अरु ग्रन्थ पुरषार्थ से क्या बड़ा.
मोह जैसा बड़ा आत्मछल कौन सा
लोभ जैसा बड़ा दुष्ट खल कौन सा
दंभ जैसा जगत में निबल कौन सा
क्रोध जैसा प्रबलतम अनल कौन सा.
कौन सा क्लेश जग में विरह सा दुखद
कौन सा हर्ष प्रिय के मिलन सा सुखद
विष्व भर में भला क्या गगन सा वृहद्
कौन सी प्राप्ति है ज्ञान जैसी विशद.
सृष्टि में ग्लानि जैसा गरल कौन सा
नेत्र के अश्रु जैसा तरल कौन सा
मातु के स्नेह जैसा सरल कौन सा
दामिनी धुति तड़ित सा चपल कौन सा. प्रश्न?
3 comments:
बहुत सुन्दर प्रस्तुति ...विचारणीय ...
कृपया टिप्पणी बॉक्स से वर्ड वेरिफिकेशन हटा लें ...टिप्पणीकर्ता को सरलता होगी ...
वर्ड वेरिफिकेशन हटाने के लिए
डैशबोर्ड > सेटिंग्स > कमेंट्स > वर्ड वेरिफिकेशन को नो करें ..सेव करें ..बस हो गया .
SANGEETA JI
aapke utsahvardhan ka dhnyvaad.
आह...निशब्द हूँ मैं.
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