MERI KAVITAYEN
"S.N.SHUKLA" Senior journalist ph. 9810468310, 9455038215
About Me
S.N SHUKLA
Greater Noida/ Sitapur, uttar pradesh, India
Editor "LAUHSTAMBH" Published form NCR.
View my complete profile
हमारे मित्रगण
विजेट आपके ब्लॉग पर
+ Grab this Widget
Tuesday, May 24, 2011
(19) कहना होगा
जल में रहकर मगरमच्छ के
हर नखरे को सहना होगा
बलशाली के बल से या फिर
भय से दबकर रहना होगा.
----------
युग-युग से सारी दुनिया की
प्यारे ये ही रीत रही है
हो प्रतिकूल समय तो
काका गदहे तक को कहना होगा.
0 comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
0 comments:
Post a Comment