हमारे राजनीतिबाजों ने ऐसा कुछ किया है
की राजनीति की नीति को सांगोपांग जिया है
सुनते हैं की लड़ाओ और राज करो अंग्रेजों की नीति थी
की राजनीति की नीति को सांगोपांग जिया है
सुनते हैं की लड़ाओ और राज करो अंग्रेजों की नीति थी
शायद उस समय राजनीति की यही रीति थी
किन्तु वे जाते हुए अपने इस मूल मन्त्र को -भारतीय राजनीति से जोड़ गए
अंग्रेज चले गए कितु अपने मानस पुत्रों को यहीं छोड़ गए.
यह भारतीय राजनीति का राज है
कि जो जितना विध्वंसक है वह उतना बड़ा राजनीतिबाज है. राजनीति
0 comments:
Post a Comment