जो निराकार मंदिर में भगवान है
जिसने मस्जिद बनाई वह इंसान है
बेवजह के बखेड़े बिला नीव के, राम में और रहमान में फर्क क्या
एक पूजा करे इक इबादत करे, आदमी और इंसान में फर्क क्या.
कोई मंदिर में जाकर के पूजा करे
कोई गुरद्वारे जाकर के माथा धरे
कोई सिजदा करे मस्जिद-ओ-चर्च में
कोई तन पर मले खाक विनती करे
रास्ते हैं जुदा एक मंजिल मगर, जग के मालिक की पहचान में फर्क क्या
एक पूजा करे एक इबादत करे, आदमी और इंसान में फर्क क्या.
कौन मजहब सिखाता बहाना लहू
कौन सा धर्म इंसानियत छोड़ना
हो गुरुग्रंथ साहिब कि हो बाइबिल, वेद, गीता व कुरआन में फर्क क्या
एक पूजा करे एक इबादत करे, आदमी और इंसान में फर्क क्या .
धर्म ग्रंथों के हर एक सफे पर हमे
बस लिखी एक जैसी इबारत मिली
सबसे मिलकर रहो सबको लेकर चलो
सबमें बस एक अल्लाह का नूर है
पादरी, मौलवी, पंडितों का वहम, गाड, अल्लाह, भगवान् में फर्क क्या
एक पूजा करे एक इबादत करे, आदमी और इंसान में फर्क क्या .
अपने मकसद के ही खातिर ही इंसान ने
धर्म-ओ-मजहब की खाई की इजाद की
और फिरकापरस्तों की चालों ने फिर
उनको गहरा बनाने में इमदाद की
एक इंसान को खौफ इंसान का, आदमी और शैतान में फर्क क्या
एक पूजा करे एक इबादत करे, आदमी और इंसान में फर्क क्या .
meri kavitayen
वह ही दूजे को मस्जिद में रहमान है
जिसने मंदिर बनाया वह है आदमी जिसने मस्जिद बनाई वह इंसान है
बेवजह के बखेड़े बिला नीव के, राम में और रहमान में फर्क क्या
एक पूजा करे इक इबादत करे, आदमी और इंसान में फर्क क्या.
कोई मंदिर में जाकर के पूजा करे
कोई गुरद्वारे जाकर के माथा धरे
कोई सिजदा करे मस्जिद-ओ-चर्च में
कोई तन पर मले खाक विनती करे
रास्ते हैं जुदा एक मंजिल मगर, जग के मालिक की पहचान में फर्क क्या
एक पूजा करे एक इबादत करे, आदमी और इंसान में फर्क क्या.
कौन मजहब सिखाता बहाना लहू
कौन सा धर्म इंसानियत छोड़ना
कौन कहता कि मजलूम पर जुल्म कर
कौन हैवानियत की तरफ मोड़ना हो गुरुग्रंथ साहिब कि हो बाइबिल, वेद, गीता व कुरआन में फर्क क्या
एक पूजा करे एक इबादत करे, आदमी और इंसान में फर्क क्या .
धर्म ग्रंथों के हर एक सफे पर हमे
बस लिखी एक जैसी इबारत मिली
सबसे मिलकर रहो सबको लेकर चलो
सबमें बस एक अल्लाह का नूर है
पादरी, मौलवी, पंडितों का वहम, गाड, अल्लाह, भगवान् में फर्क क्या
एक पूजा करे एक इबादत करे, आदमी और इंसान में फर्क क्या .
अपने मकसद के ही खातिर ही इंसान ने
धर्म-ओ-मजहब की खाई की इजाद की
और फिरकापरस्तों की चालों ने फिर
उनको गहरा बनाने में इमदाद की
एक इंसान को खौफ इंसान का, आदमी और शैतान में फर्क क्या
एक पूजा करे एक इबादत करे, आदमी और इंसान में फर्क क्या .
meri kavitayen
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