प्रेम की बाती पिरोकर , बुझ रहे दीपक जलाएं /
शान्ति का सन्देश ले , हर वर्ष आती दीपमाला ,
पर तिमिर घटता नहीं, मन में नहीं होता उजाला ,
इस तिमिर को तेल- घृत दीपक, मिटा सकते नहीं हैं,
मनुजता के दीप, फिर बंधुत्व के घृत से सजाएं /
रोशनी का पर्व ! आओ हम सभी मिलकर मनाएं /
व्योम से आकर धरा पर, खिल रहे हैं आज तारे ,
साथ मिलकर एकता का , दे रहे सन्देश सारे ,
सोचिये!क्या कह रहे ये,क्या समय की माँग इस क्षण,
कह रहे, मानव मनों की आपसी कटुता मिटायें /
रोशनी का पर्व ! आओ हम सभी मिलकर मनाएं /
तैरते ये दीप जल पर, शान्ति की लय छेड़ते हैं ,
सौम्यता, सौहार्द से , वातावरण को जोड़ते हैं ,
सीख लें इनसे , सुह्र्द्ता , सौम्यता की,सरलता की ,
मित्रता के पुष्प , जीवन वाटिका में फिर खिलाएं /
रोशनी का पर्व ! आओ हम सभी मिलकर मनाएं /
कुटिलता के गर्त से , हर व्यक्ति का चेहरा सना है,
कलुष का साम्राज्य है, संताप का कुहरा घना है ,
इस कुहासे को मिटाना ही, सभी का लक्ष्य हो अब ,
यूँ प्रज्वल्लित करें दीपक,धरा ज्योतिर्मय बनाएं!
रोशनी का पर्व ! आओ हम सभी मिलकर मनाएं /
-S. N. SHUKLA
-S. N. SHUKLA
30 comments:
saraahneey srijan badhaayee
bahut uttam bhaav se saji hai aapki yeh kavita.diwali ki shubhkamnaayen.
तैरते ये दीप जल पर, शान्ति की लय छेड़ते हैं ,
सौम्यता, सौहार्द से , वातावरण को जोड़ते हैं ,
सीख लें इनसे , सुह्र्द्ता , सौम्यता की,सरलता की ,
मित्रता के पुष्प , जीवन वाटिका में फिर खिलाएं /
रोशनी का पर्व ! आओ हम सभी मिलकर मनाएं /
बहुत सुन्दर कामना काश ऐसा सुंदर वातावरण यहाँ बन पाता और हम सही मायनों में दिवाली मना पाते .......आपका आभार मेरे ब्लॉग पर आकर प्रेरणादायी टिप्पणी के लिए ....आशा है आपका मार्गदर्शन यूँ ही मिलता रहेगा ...!
आप सबको दीवाली की बधाई हो।
पावन कामना से सजी सुन्दर रचना!
शुभकामनाएं!
शुक्ल जी ,सादर नमस्कार ,आपके प्यार और आशीर्वाद के लिये आभार और आपके जीवन में हमेशा दीपावली जैसी सुखमय रौशनी बिखरती रहे ,शुभ दीपावली ....
बहुत सुंदर संदेश देती कविता... बहुत बहुत शुभकामनायें!
sundar panktiyan...
sadar...abhar..
कुटिलता के गर्त से , हर व्यक्ति का चेहरा सना है,
कलुष का साम्राज्य है, संताप का कुहरा घना है ,इस कुहासे को मिटाना ही, सभी का लक्ष्य हो
अब ,यूँ प्रज्वल्लित करें दीपक,धरा ज्योतिर्मय बनाएं!
रोशनी का पर्व ! आओ हम सभी मिलकर मनाएं
..sundar sandesh ke saath saarthak prastuti..
Aapko bhi spariwar deepawali kee haardik shubhkamnayen!
बहुत प्यारी रचना है ...बधाई !
दीपावली की मंगल कामनायें स्वीकार करें !
शुभकामनाएं ||
रचो रंगोली लाभ-शुभ, जले दिवाली दीप |
माँ लक्ष्मी का आगमन, घर-आँगन रख लीप ||
घर-आँगन रख लीप, करो स्वागत तैयारी |
लेखक-कवि मजदूर, कृषक, नौकर व्यापारी |
नहीं खेलना ताश, नशे की छोडो टोली |
दो बच्चों का साथ, रचो मिलकर रंगोली ||
बहुत सुंदर आव्हान लिए रचना ......शुभकामनाएं
आशा करें कि यह तम दूर होगा!! तम सों माँ ज्योतिर्गमय!!
बहुत बढ़िया कविता....
बस दुआ है इस देश में कुछ नया उजाला हो.... भ्रष्टाचार और कुशासन का अंत हो....
आपको भी दीपोत्सव की शुभकामनाएं....
दीपावली केशुभअवसर पर मेरी ओर से भी , कृपया , शुभकामनायें स्वीकार करें
Virendra ji,
Rajesh kumari ji,
Kewal Ram ji,
आपके स्नेह और शुभकामनाओं का आभारी हूँ.
Pravin pandey ji,
Anupama pathak ji,
Kamalesh verma ji,
आप मित्रों का स्नेह मिला, बहुत- बहुत आभार .
Anita ji,
Asha bisht ji,
Kavita Rawat ji,
आप शुभचिंतकों की प्रेरणा हमें बल प्रदान करती रही है, आभार.
Satish Saxena ji,
Ravikar ji,
Dr. Monika ji,
इस शुभाशीष की हमेशा अपेक्षा रहेगी .
Lalit verma ji,
Lokendra ji,
Brijmohan ji,
.
सदैव इसी स्नेह का आकांक्षी हूँ , धन्यवाद .
अंतिम पद्दांश तो अनुपम संदेश लिये अत्यंत सुंदर है! बधाई!
दीपावली की शुभकामनाएँ
बहुत सुन्दर...दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें!
सुन्दर भावपूर्ण रचना के लिए बधाई |
दीप पर्व की अनंत मंगलकामनाएं !
आपको सपरिवार दीपावली की हार्दिक शुभ कामनाएँ!
बहुत सुंदर.
बहुत सुन्दर ...शुभ दीपावली.
Sushila ji,
Kailash c sharma ji,
Amarnath Madhur ji,
आप मित्रों की शुभकामनाओं का बहुत- बहुत आभार , आपके जीवन को भी ज्योति पर्व सम्रद्धि प्रदान करे.
Dr. Sonarupa ji,
Vineet Nagpal ji,
ज्योति पर्व पर आपका स्नेह मिला , आभारी हूँ.
Kunwar Kusumesh ji,
Nisha Maharana ji,
Vidya ji,
आपके स्नेह और समर्थन का आभारी हूँ.
Post a Comment