प्रकाश की किरण कभी तो,फिर से मुस्कुरायेगी /
ये अन्धकार की निशा ,
मनोविकार की निशा ,
विशाल भार सी निशा ,
दुरत पहाड़ सी निशा ,
हटेगी मार्ग से कभी, कभी तो बीत जायेगी /
कभी तो आयेगी सुबह , कभी तो रात जायेगी /
दमक उठेगी हर गली ,
लगेगी रोशनी भली ,
खिलेगी फिर कुसुम कली ,
पवन बहेगी मनचली ,
चहक उठेगी कोकिला , हवा भी गुनगुनायेगी /
कभी तो आयेगी सुबह , कभी तो रात जायेगी /
खुलेगी एक नयी डगर,
लगेगा गाँव भी नगर ,
हर एक उदास होंठ पर,
खुशी की आयेगी लहर ,
हर एक खुशी भरा प्रहर , नियति तेरा बनायेगी /
कभी तो आयेगी सुबह , कभी तो रात जायेगी /
अगर न मन निराश हो ,
अगर चुकी न आश हो ,
ह्रदय से हार मान मत,
न मन तेरा उदास हो ,
तो फिर सुबह तेरे लिए , नया पयाम लायेगी /
कभी तो आयेगी सुबह , कभी तो रात जायेगी /
22 comments:
अच्छी प्रस्तुति!
बहुत सुन्दर और गहरी रचना....दाद कबूल करें.
nayi umeed jagati rachna...bahut bahut badhai..
nayi umeed jagati kavita..bahut bahut badhai...
बहुत सुन्दर रचना ! अच्छी प्रस्तुति!
आशा का संचार करती प्रभावशाली पंक्तियाँ।
Ravikar ji,
Dr. Roopchandra shastree ji,
आप मित्रों की शुभकामनाएं मिलीं, मैं आभारी हूँ .
Vidya ji,
Poonam ji,
आपकी शुभकामनाओं का बहुत-बहुत आभार .
Babali ji,
Pravin pandey ji,
यह स्नेह सदा यूं ही मिलता रहे.
अगर न मन निराश हो ,अगर चुकी न आश हो ,ह्रदय से हार मान मत,न मन तेरा उदास हो ,तो फिर सुबह तेरे लिए , नया पयाम लायेगी कभी तो आयेगी सुबह , कभी तो रात जायेगी ... awashya
पवन बहेगी मनचली ....वाह !!! कल-कल छल-छल करती प्रवाहमयी कविता जब रश्मियों सा नर्तन करेगी तो वो सुबह जरूर आयेगी.
लाजवाब रचना...बधाई स्वीकारें
नीरज
बेहद प्रवाहमयी प्रभावशाली अभिव्यक्ति।
बहुत गहरी और सुन्दर रचना.. बधाई
समय चाहिए आज आप से, पाई फुर्सत बाढ़ - ताप से |
परिचय पढ़िए, प्रस्तुति प्रतिपल, शुक्रवार के इस प्रभात से ||
टिप्पणियों से धन्य कीजिए, अपने दिल की प्रेम-माप से |
चर्चा मंच
की शोभा बढे, भाई-भगिनी, चरण-चाप से ||
Rashmi prabha ji,
Arun Nigam ji,
Neeraj Goswami ji
आप मित्रों की शुभकामनाओं का बहुत-बहुत आभार .
Vandana ji,
Maheshwari Kaneri ji
स्नेह और समर्थन मिला, आभारी हूँ.
Ravikar ji
चर्चा मंच में आमंत्रण का आभारी हूँ.
bahut sundar...
vo subah zarooraayegi...!!
Poonam ji
AApakee shubhakamana ka bahut-bahut aabhar.
आशान्वित परिकल्पना!
Anupama ji,
रचना की सराहना के लिए धन्यवाद
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