उम्र भर साथ निभाने का था वादा कोई ,
उसी करार में हम, जीते रहे वर्षों तक /
तल्ख़ झोंको से लरजती हुयी चादर अपनी ,
सहेजते भी रहे , सीते रहे वर्षों तक /
सामने लोग मेरे , मुझसे खुद को भरते रहे ,
और हम बहते रहे , रीते रहे वर्षों तक /
फब्तियों का भी , एक दौर सहा है मैंने ,
ज़हर के घूँट भी , हम पीते रहे वर्षों तक /
वे जो अकल में थे , पासंग भर नहीं मेरे-
कभी उनसे भी , गए-बीते रहे वर्षों तक /
वक्त जो कुछ न कराये , वो समझो थोड़ा है,
ये मान, सहते रहे , जीते रहे वर्षों तक /
20 comments:
ईमानदार अभिव्यक्ति!!
बहुत सच कहा आपने, ऐसा ही होता है जीवन में।
पाठक तक तपिश पहुंचाने में सक्षम कुछ तीखे अनुभव समेटे बेलाग सत्य... सादर..
शुक्ल जी, ग़ज़ल का मतला गजब का है और हर शेर खुबसूरत वाह वाह .......
उम्र भर साथ निभाने का था वादा कोई ,
उसी करार में हम, जीते रहे वर्षों तक....
संवेदनाओं से भरी बहुत सुन्दर कविता...
सामने लोग मेरे , मुझसे खुद को भरते रहे ,और हम बहते रहे , रीते रहे वर्षों तक ||
सुन्दर रचना आपकी, नए नए आयाम |
देत बधाई प्रेम से, हो प्रस्तुति-अविराम ||
Lalit verma ji,
pravee pandey ji,
S. M. Habeeb ji
आपका स्नेह और समर्थन मेरा मार्गदर्शक भी है और संबल भी , सकारात्मक टिप्पणी का आभारी हूँ .
Suneel kumar ji,
Dr. Sharad ji,
Ravikar ji
समर्थन और सकारात्मक टिप्पणी का
बहुत आभारी हूँ , धन्यवाद
Dr. Roopchandra Shastri ji
शास्त्री जी आपने मेरी रचना को चर्चा मंच में स्थान दिया , बहुत आभारी हूँ , धन्यवाद
शुक्ल जी एक अच्छी गज़ल के लिये वधाई। उससे भी अधिक वधाई आपको इसलिए भी कि आप औरों की कविताएँ पढ़ते रहते हैं और उनपर सकारात्मक टिप्पणी भी लिखते हैं, यह बहुत बड़ी बात है। पुनः पुनः वधाई आपको।
बहुत सुन्दर और सहज भावो की लाजवाब अभिव्यक्ति...आभार
बहुत सच्ची बात |बधाई
मेरे ब्लॉग पर आने के लिए आभार |
आशा
sabhi sher bahut umda aur saraahniye. daad sweekaaren.
.गहरे एहसासात की रचना .खुद से साक्षात्कार कराती प्रेरक घटना .तादात्म्य तदानुभूति करवा गई आपके यह रचना ,लिखा आपने सह -भावी ,सह -भोक्ता हम भी थे .http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/2011/09/blog-post_13.हटमल
अफवाह फैलाना नहीं है वकील का काम .
बहुत सुन्दर गजल है| बधाई |
ज़िंदगी की हक़ीकत को गज़ल में ढाला है.
शुक्ला जी आपका अंदाज़ ही निराला है.
सक्स्च है कभी वक्त पलटना नहीं चाहिए ... नहीं तो क्या से क्या करवा देता है ... अनुभव के आधार पर लिखी स्पष्ट रचना ..
vyom ji,
Maheshwari kaneri ji,
Asha ji
आपके समर्थन और सकारात्मक टिप्पणी का आभारी हूँ /
Jenni Shabnam ji,
Veeru bhai,
Amarnath Madhur ji
समर्थन और सकारात्मक टिप्पणी का
बहुत- बहुत आभार, धन्यवाद.
Arun kumar nigam ji,
Digambar Naswa ji,
रचना की प्रशंसा के लिए बहुत- बहुत आभार, धन्यवाद.
Post a Comment