बुज़दिलों की फ़ौज फिर बढ़ने लगी है देश में ,
बढ़ रहे हैं खुदकुशी के मामले हर दिन नए /
आन की खातिर कभी, या देश की खातिर कभी ,
जान देते लोग थे , अब वे जमाने लद गए /
इश्क में नाकाम तो मंजिल है जिनकी खुदकुशी ,
इम्तिहां में फेल हों , तो भी तलाशें खुदकुशी /
कितने नाज़ुक दिल हैं इस दम, मोम हैं या रेत हैं ,
जो तनिक सी आँच में पिघले, हवा में बह गए /
जिधर देखो ! नौजवानी , इश्क में बीमार है ,
हर किसी को बस हकीम-ए-इश्क की दरकार है /
इश्क क्या वे ख़ाक फ़रमाएंगे , ये सोचो ज़रा ,
जो ज़रा से तल्ख़ झोकों में जड़ों से ढह गए /
जो कभी नाकामियों के खौफ से डरते नहीं ,
लड़ते हैं वे , जीतते भी , इस तरह मरते नहीं /
जिन्दगी खोकर के किसने , क्या भला हासिल किया ,
जान से खुद भी गए और खुद को रुसवा कर गए /
35 comments:
बहुत सुंदर सारगर्भित ...उपदेशात्मक रचना ....
बहुत अच्छी लगी .बधाई.
http://anupamassukrity.blogspot.com/
अनुपमा जी
रचना की प्रशंसा के लिए आभार, धन्यवाद
जो कभी नाकामियों के खौफ से डरते नहीं ,लड़ते हैं वे , जीतते भी , इस तरह मरते नहीं /जिन्दगी खोकर के किसने , क्या भला हासिल किया ,जान से खुद भी गए और खुद को रुसवा कर गए
Bahut hi acchi aur sandeshatmak rachana...aabhar
एक अजब भाव उत्पन्न कर जाती है आपकी कविता। वह सुबह कभी तो आयेगी।
Suresh Kumar ji ,
Vandana ji ,
Praveen Pandey ji
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं,आपकी कलम निरंतर सार्थक सृजन में लगी रहे .
एस .एन. शुक्ल
खूबसूरत और भावमयी
प्रस्तुति
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाये
शुक्ल जी!
इस पूरी नौजवान पीढ़ी की भ्रमित मनःस्थिति पर आपका शब्दचित्र एक धिक्कार भेजता है..इस ओजपूर्ण रचना के लिए मेरा आभार स्वीकार करें!!
बहुत अच्छी भावपूर्ण प्रस्तुति |बधाई
आपको भी मित्र दिवस पर शुभ कामनाएं |ऐसा ही स्नेह बनाए रखें |
आशा
Sanjay bhashkar ji,
Bihari ji,
ASHA JI
Thanks for your comments& happy friendship day.
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं,आपकी कलम निरंतर सार्थक सृजन में लगी रहे .
एस .एन. शुक्ल
ise peedee ko sandesh detee aapkee rachana.acchee lagee.
aabhar.
"जिन्दगी खोकर के किसने, क्या भला हासिल किया जान से खुद भी गए और खुद को रुसवा कर गए"
बहुत सुंदर - प्रेरक प्रस्तुति
मित्रता दिवस की हार्दिक बधाई
सुन्दर संवेदनशील अभिव्यक्ति...
बधाई.
aapko bhi mitrta divas ki badhaai.bahut achchi shikshprad kavita padhi aapke blog par.bahut achchi lagi.aabhar.
बहुत सुन्दर रचना आजकल के माहौल का मखौल उड़ाती हुई अच्छी लगी, बधाई .....
Sarita Agrval(Apnatv),
Sonu ji,
Rakesh ji,
Dr. Sharad Singh ji,
Rajesh kumari ji,
Sunil Kumar ji,
आप सभी मित्रों और शुभचिंतकों का बहुत-बहुत आभार तथा मित्रता दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं .
aadarniy sir
bahut hi shandaar lagi aapki yah prastutijo apneaap me aaj ki samyikta ko lapete hue hai.
ek sateek v yatharthchitran
bahut badhi
naman ke saath
poonam
पूनम जी
प्रशंसा के लिए आभार के साथ मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
जो कभी नाकामियों के खौफ से डरते नहीं ,लड़ते हैं वे , जीतते भी , इस तरह मरते नहीं /जिन्दगी खोकर के किसने , क्या भला हासिल किया ,जान से खुद भी गए और खुद को रुसवा कर गए /
bahut sunder! mitrat divas ki aapko bhi shubhkaamnaayen!
Anjana (Gudia) ji
आप की सहृदय और उदार प्रतिक्रिया का मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ आभार .
आदरणीय मित्र एवं भ्राता श्री यस यन शुक्ल जी आप को मित्रता दिवस पर ढेर सारी शुभ कामनाएं
आप की कलम यों ही सरस्वती माँ की कृपा पा ऊँचाइयों पर बुलंदियों पर आप के सृजन को ले चले -
सुन्दर रचना निम्न पंक्ति बहुत अच्छी
जो कभी नाकामियों के खौफ से डरते नहीं ,लड़ते हैं वे , जीतते भी , इस तरह मरते नहीं
भ्रमर ५
जन को जगाती और जिंदगी को जीवन देती ......जागरण की ओजपूर्ण रचना
शुक्ला जी इस बेहतरीन रचना के लिए ढेरों बधाइयाँ स्वीकारें...सच्चाई को परत दर परत उजागर कर दिया है आप ने...
नीरज
मेरे ब्लाग पर आने के लिए धन्यवाद...खूबसूरत अभिव्यक्ति...आभार.
सादर,
डोरोथी.
Surendr Shukla bhramar ji,
Surendr Singh Jhanjhat ji,
Niraj goswami ji,
Dorothy ji,
आप सभी मित्रों और शुभचिंतकों की सकारात्मक प्रतिक्रियाओं का हार्दिक आभार एवं धन्यवाद.
सुन्दर प्रस्तुती
Sunder...Arthpoorn Panktiyan...
एस.एन. सुक्ला जी,
नमस्कार,
आपके इस ब्लॉग को भी "सिटी जलालाबाद डाट ब्लॉगपोस्ट डाट काम"के "हिंदी ब्लॉग लिस्ट पेज" पर लिंक किया जा रहा है|
सुन्दर भाव और अभिव्यक्ति के साथ लाजवाब रचना लिखा है आपने जो काबिले तारीफ़ है! बधाई!
Mr. S M,
Monika Sharma ji,
Babali ji
many- many thanks for your appriciating comments.
Vaneet Nagpal ji
मेरे ब्लॉग को अपने संग्रह में स्थान देकर आपने मुझे जो सम्मान प्रदान किया है , उसके लिए बहुत- बहुत आभार , धन्यवाद
आज के नौजवानों को सार्थक सन्देश देती अच्छी रचना
dhanyawaad Sangita JI
जो कभी नाकामियों के खौफ से डरते नहीं ,
लड़ते हैं वे , जीतते भी , इस तरह मरते नहीं ...
बहुत लाजवाब ... सही कहा है आपने ...
What day isn't today?
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