खुद उन्हें अगला पाँव धरने दो .
जवानी उफनती नदी सी है ,
राह खुद ही तलाश करने दो /
सोच सकते हैं वे , गलत क्या है ,
और क्यों, कब , कहाँ सही क्या है .
उनके सपनों के पंख उगने दो ,
उनके सपने उड़ान भरने दो /
हटा दो पत्थरों को राहों से ,
तुम से मुमकिन हो तो करो इतना .
ठोकरें खुद उन्हें सबक देंगी ,
उनको मंजिल तलाश करने दो /
थामकर बांह चलोगे कब तक ,
अपने पैरों वे कब खड़े होंगे ?
लड़खड़ाएंगे फिर वे संभलेंगे ,
उन्हें खुद आप से सँवरने दो /
कैद पिंजरों में मत करो उनको ,
खोल दो बंदिशें सभी उनकी .
कितनी लम्बी उड़ान भरनी है,
फैसला खुद उन्हें ही करने दो /
24 comments:
सुंदर उपदेश देती ..मार्ग दिखाती रचना ...
बधाई.
आपकी किसी पोस्ट की चर्चा नयी-पुराणी हलचल पर होगी.शनिवार (६-८-११)को.कृपया अवश्य पधारें...!!
aatm nirbhar banne ko prerit kartee rachana sunder sandesh sanjoe hai ...
Aabhar
सार्थक संदेश देती सुन्दर रचना।
prena deti rachna...
सही कहा है...
बहुत अच्छी...
अनुपमा जी,
सरिता अग्रवाल ( अपनत्व ) जी ,
वन्दना जी,
सागर जी,
वीणा जी
आप सब मित्रों/शुभचिंतकों का स्नेह और समर्थन मिला , बहुत आभारी हूँ तथा सदैव इसी स्नेह की अपेक्षा करता हूँ .
करने दो, मत कोसो।
उनको गगन परोसो।
ji han sahi kahte hain aap thoda hame apne bandhan dheele karne hi chaahiye.
ham bhi aajkal inhi socho ke daur se guzer rahe hain.
सन्देश देती बेहतरीन रचना...धन्यवाद :)
सन्देश देती बेहतरीन रचना...धन्यवाद :)
सन्देश देती बेहतरीन रचना...धन्यवाद :)
बहुत गहरी सोच "उनके सपनों को उड़ान भरने दो"
उंगली पकड़ कर चलना तो सिखाया जा सकता है पर वास्तविक धरातल पर तो खुद ही प्रयत्न करने होंगे |
आशा
बेहद खूबसूरत अभिव्यक्ति .....
और यह आवश्यक भी है ! हार्दिक शुभकमानाएं !!
बहुत बढ़िया सर ।
सादर
praveen pandey ji ,
Anamikaa ji,
S. Vikram ji
आप शुभचिंतकों की उत्साहवर्धक और सकारात्मक प्रतिक्रियाओं का बहुत - बहुत आभार, धन्यवाद
Aasha ji,
Satish Saxena ji,
Yashavant Mathur ji
आप सभी मित्रों द्वारा किये गए उत्साहवर्धन का आभार , धन्यवाद
वाह ...बहुत खूब कहा है आपने ।
सार्थक एवं प्रेरक प्रस्तुति. आभार.
सादर,
डोरोथी.
सदा जी,
Dorothy ji
आप शुभचिंतकों की सकारात्मक प्रतिक्रियाओं का आभार, धन्यवाद
हटा दो पत्थरों को राहों से ,तुम से मुमकिन हो तो करो इतना .ठोकरें खुद उन्हें सबक देंगी ,उनको मंजिल तलाश करने दो
बहुत सार्थक सन्देश देती अच्छी रचना .
संगीता जी
आपका समर्थन हमारा उत्साह दोगुना कर देता है , आभार आपका
V Nice...True and thoughtful
sanjay bhasker ji
thanks for your appriciation and comment.
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