About Me

My photo
Greater Noida/ Sitapur, uttar pradesh, India
Editor "LAUHSTAMBH" Published form NCR.

हमारे मित्रगण

विजेट आपके ब्लॉग पर

Sunday, August 7, 2011

(90)खुद को रुसवा कर गए

बुज़दिलों की फ़ौज फिर बढ़ने लगी है देश में ,
बढ़ रहे  हैं  खुदकुशी  के मामले हर दिन नए  /
आन की खातिर कभी, या देश की खातिर कभी ,
जान  देते  लोग थे , अब  वे  जमाने  लद गए  /

इश्क में नाकाम तो मंजिल है जिनकी खुदकुशी ,
इम्तिहां में  फेल  हों , तो  भी  तलाशें  खुदकुशी /
कितने नाज़ुक दिल हैं इस दम, मोम हैं या रेत हैं ,
जो तनिक  सी  आँच  में पिघले, हवा में बह गए /

जिधर  देखो !  नौजवानी , इश्क में  बीमार है  ,
हर किसी को बस हकीम-ए-इश्क की दरकार है /
इश्क क्या वे  ख़ाक  फ़रमाएंगे , ये सोचो ज़रा ,
जो ज़रा से तल्ख़  झोकों  में  जड़ों से ढह  गए  /  

जो  कभी  नाकामियों  के खौफ से  डरते नहीं  ,
लड़ते हैं वे , जीतते भी  , इस तरह मरते नहीं  /
जिन्दगी खोकर के किसने , क्या भला हासिल किया ,
जान से खुद भी गए और खुद को रुसवा कर गए  /

35 comments:

Anupama Tripathi said...

बहुत सुंदर सारगर्भित ...उपदेशात्मक रचना ....
बहुत अच्छी लगी .बधाई.
http://anupamassukrity.blogspot.com/

S.N SHUKLA said...

अनुपमा जी
रचना की प्रशंसा के लिए आभार, धन्यवाद

Suresh Kumar said...

जो कभी नाकामियों के खौफ से डरते नहीं ,लड़ते हैं वे , जीतते भी , इस तरह मरते नहीं /जिन्दगी खोकर के किसने , क्या भला हासिल किया ,जान से खुद भी गए और खुद को रुसवा कर गए

Bahut hi acchi aur sandeshatmak rachana...aabhar

प्रवीण पाण्डेय said...

एक अजब भाव उत्पन्न कर जाती है आपकी कविता। वह सुबह कभी तो आयेगी।

S.N SHUKLA said...

Suresh Kumar ji ,
Vandana ji ,
Praveen Pandey ji



मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं,आपकी कलम निरंतर सार्थक सृजन में लगी रहे .
एस .एन. शुक्ल

संजय भास्‍कर said...

खूबसूरत और भावमयी
प्रस्तुति

संजय भास्‍कर said...

मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाये

चला बिहारी ब्लॉगर बनने said...

शुक्ल जी!
इस पूरी नौजवान पीढ़ी की भ्रमित मनःस्थिति पर आपका शब्दचित्र एक धिक्कार भेजता है..इस ओजपूर्ण रचना के लिए मेरा आभार स्वीकार करें!!

Asha Lata Saxena said...

बहुत अच्छी भावपूर्ण प्रस्तुति |बधाई
आपको भी मित्र दिवस पर शुभ कामनाएं |ऐसा ही स्नेह बनाए रखें |
आशा

S.N SHUKLA said...

Sanjay bhashkar ji,
Bihari ji,
ASHA JI
Thanks for your comments& happy friendship day.

मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं,आपकी कलम निरंतर सार्थक सृजन में लगी रहे .
एस .एन. शुक्ल

Apanatva said...

ise peedee ko sandesh detee aapkee rachana.acchee lagee.
aabhar.

Anonymous said...

"जिन्दगी खोकर के किसने, क्या भला हासिल किया जान से खुद भी गए और खुद को रुसवा कर गए"

बहुत सुंदर - प्रेरक प्रस्तुति

मित्रता दिवस की हार्दिक बधाई

Dr (Miss) Sharad Singh said...

सुन्दर संवेदनशील अभिव्यक्ति...
बधाई.

Rajesh Kumari said...

aapko bhi mitrta divas ki badhaai.bahut achchi shikshprad kavita padhi aapke blog par.bahut achchi lagi.aabhar.

Sunil Kumar said...

बहुत सुन्दर रचना आजकल के माहौल का मखौल उड़ाती हुई अच्छी लगी, बधाई .....

S.N SHUKLA said...

Sarita Agrval(Apnatv),
Sonu ji,
Rakesh ji,
Dr. Sharad Singh ji,
Rajesh kumari ji,
Sunil Kumar ji,


आप सभी मित्रों और शुभचिंतकों का बहुत-बहुत आभार तथा मित्रता दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं .

पूनम श्रीवास्तव said...

aadarniy sir
bahut hi shandaar lagi aapki yah prastutijo apneaap me aaj ki samyikta ko lapete hue hai.
ek sateek v yatharthchitran
bahut badhi
naman ke saath
poonam

S.N SHUKLA said...

पूनम जी
प्रशंसा के लिए आभार के साथ मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

Anjana Dayal de Prewitt (Gudia) said...

जो कभी नाकामियों के खौफ से डरते नहीं ,लड़ते हैं वे , जीतते भी , इस तरह मरते नहीं /जिन्दगी खोकर के किसने , क्या भला हासिल किया ,जान से खुद भी गए और खुद को रुसवा कर गए /

bahut sunder! mitrat divas ki aapko bhi shubhkaamnaayen!

S.N SHUKLA said...

Anjana (Gudia) ji

आप की सहृदय और उदार प्रतिक्रिया का मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ आभार .

Surendra shukla" Bhramar"5 said...

आदरणीय मित्र एवं भ्राता श्री यस यन शुक्ल जी आप को मित्रता दिवस पर ढेर सारी शुभ कामनाएं
आप की कलम यों ही सरस्वती माँ की कृपा पा ऊँचाइयों पर बुलंदियों पर आप के सृजन को ले चले -
सुन्दर रचना निम्न पंक्ति बहुत अच्छी

जो कभी नाकामियों के खौफ से डरते नहीं ,लड़ते हैं वे , जीतते भी , इस तरह मरते नहीं
भ्रमर ५

सुरेन्द्र सिंह " झंझट " said...

जन को जगाती और जिंदगी को जीवन देती ......जागरण की ओजपूर्ण रचना

नीरज गोस्वामी said...

शुक्ला जी इस बेहतरीन रचना के लिए ढेरों बधाइयाँ स्वीकारें...सच्चाई को परत दर परत उजागर कर दिया है आप ने...

नीरज

Dorothy said...

मेरे ब्लाग पर आने के लिए धन्यवाद...खूबसूरत अभिव्यक्ति...आभार.
सादर,
डोरोथी.

S.N SHUKLA said...

Surendr Shukla bhramar ji,
Surendr Singh Jhanjhat ji,
Niraj goswami ji,
Dorothy ji,

आप सभी मित्रों और शुभचिंतकों की सकारात्मक प्रतिक्रियाओं का हार्दिक आभार एवं धन्यवाद.

sm said...

सुन्दर प्रस्तुती

डॉ. मोनिका शर्मा said...

Sunder...Arthpoorn Panktiyan...

tips hindi me said...

एस.एन. सुक्ला जी,
नमस्कार,
आपके इस ब्लॉग को भी "सिटी जलालाबाद डाट ब्लॉगपोस्ट डाट काम"के "हिंदी ब्लॉग लिस्ट पेज" पर लिंक किया जा रहा है|

Urmi said...

सुन्दर भाव और अभिव्यक्ति के साथ लाजवाब रचना लिखा है आपने जो काबिले तारीफ़ है! बधाई!

S.N SHUKLA said...

Mr. S M,
Monika Sharma ji,
Babali ji

many- many thanks for your appriciating comments.

S.N SHUKLA said...

Vaneet Nagpal ji

मेरे ब्लॉग को अपने संग्रह में स्थान देकर आपने मुझे जो सम्मान प्रदान किया है , उसके लिए बहुत- बहुत आभार , धन्यवाद

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

आज के नौजवानों को सार्थक सन्देश देती अच्छी रचना

S.N SHUKLA said...

dhanyawaad Sangita JI

दिगम्बर नासवा said...

जो कभी नाकामियों के खौफ से डरते नहीं ,
लड़ते हैं वे , जीतते भी , इस तरह मरते नहीं ...

बहुत लाजवाब ... सही कहा है आपने ...

Anonymous said...

What day isn't today?