tag:blogger.com,1999:blog-2869980489980230235.post4971407561161271646..comments2023-12-15T12:36:01.509+05:30Comments on MERI KAVITAYEN: (104) चौंसठ वर्ष व्यतीत हो गएS.N SHUKLAhttp://www.blogger.com/profile/16733368578135625431noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-2869980489980230235.post-74407623227339939032011-10-05T11:19:11.179+05:302011-10-05T11:19:11.179+05:30Arun Sathi ji
आपका स्नेह और प्रशंसा मिली, आभारArun Sathi ji<br />आपका स्नेह और प्रशंसा मिली, आभारS.N SHUKLAhttps://www.blogger.com/profile/16733368578135625431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2869980489980230235.post-52439865296005512902011-10-05T11:17:43.714+05:302011-10-05T11:17:43.714+05:30Dr. Vyom ji,
Bhramar ji,
Rajendra ji
आपका स्नेह म...Dr. Vyom ji,<br />Bhramar ji,<br />Rajendra ji<br /><br />आपका स्नेह मिला , यह स्नेह सदैव अपेक्षित है.S.N SHUKLAhttps://www.blogger.com/profile/16733368578135625431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2869980489980230235.post-74739658228081638602011-10-04T04:55:29.896+05:302011-10-04T04:55:29.896+05:30सुन्दर अभिव्यक्ति,भावपूर्ण.
सार्थक और सटीक.
आभार....सुन्दर अभिव्यक्ति,भावपूर्ण.<br />सार्थक और सटीक. <br />आभार.Arun sathihttps://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2869980489980230235.post-83883472840801686122011-10-04T02:00:11.368+05:302011-10-04T02:00:11.368+05:30♥
किससे करें शिकायत किसकी , घर को घरवालों ने लू...<b><a href="http://shabdswarrang.blogspot.com/" rel="nofollow">♥</a></b> <br /><br /><br /><b>किससे करें शिकायत किसकी , घर को घरवालों ने लूटा <br />स्वार्थ साधनारत जनसेवक , जन सुख-दुःख से नाता टूटा<br />मत बिकते, मतदाता बिकते , बिकते पद , बिकती सरकारें <br />धनबल, जनबल से भय खाकर , सच्चा भी बन जाता झूठा <br />अर्धशतक में ही भारत के , ग्रह फिर से विपरीत हो गए <br />आज हमारी आज़ादी को , चौंसठ वर्ष व्यतीत हो गए </b> <br /><br /> बहुत श्रेष्ठ हुआ करते हैं आपके गीत ! <br />बहुत बहुत बधाई स्वीकार करें <b> आदरणीय शुक्ला जी</b> !<br /><br /> <br />साथ ही<br /><b>नवरात्रि एवं दुर्गा पूजा की बधाई-शुभकामनाएं-मंगलकामनाएं !</b> <br />-राजेन्द्र स्वर्णकारRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2869980489980230235.post-58337080585117757422011-10-04T01:17:28.617+05:302011-10-04T01:17:28.617+05:30आदरणीय शुक्ल जी बहुत सुन्दर विचार और कथन आप के .....आदरणीय शुक्ल जी बहुत सुन्दर विचार और कथन आप के ....सटीक ...मन को छू गयी रचना .....आभार और धन्यवाद...... अपना स्नेह और समर्थन देते रहें कृपया ...माँ जगदम्बे आप सब पर मेहरबान रहें खुश रखें <br />भ्रमर ५<br /><br />,रामराज्य के स्वर्णिम सपने , ज्यों बालू की भीत हो गए /आज हमारी आज़ादी को , चौंसठ वर्ष व्यतीत हो गए /<br />जनसेवक का बाना पहने , सरकारों में घुसे लुटेरे ,न्याय व्यवस्था पंगु हो गयी ,पहले से बढ़ गए अँधेरेSurendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2869980489980230235.post-27089685873735409852011-10-03T19:01:03.602+05:302011-10-03T19:01:03.602+05:30बहुत अच्छी रचना है शुक्ल जी ।बहुत अच्छी रचना है शुक्ल जी ।डा० व्योमhttp://www.navgeet.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2869980489980230235.post-42393549965161699442011-10-03T18:59:28.955+05:302011-10-03T18:59:28.955+05:30Dr. Shastriji,
Rachna ji,
Poonam ji
आपके स्नेह , स...Dr. Shastriji,<br />Rachna ji,<br />Poonam ji<br />आपके स्नेह , समर्थन और प्रशंसा का ह्रदय से आभार , यह स्नेह सदैव इसी तरह बनाए रखें , धन्यवादS.N SHUKLAhttps://www.blogger.com/profile/16733368578135625431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2869980489980230235.post-27564886536684103442011-10-03T18:41:09.547+05:302011-10-03T18:41:09.547+05:30इस रचना को राष्ट्रीय गान की तरह गाना चाहिए...!
शाय...इस रचना को राष्ट्रीय गान की तरह गाना चाहिए...!<br />शायद जानता और खुद को जनता का सेवक कहने वालों की आँखें खुल सकें..!!<br />आज के राजनीतिक और सामजिक परिवेश पर करार व्यंग्य....!!***Punam***https://www.blogger.com/profile/01924785129940767667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2869980489980230235.post-43925128901220997482011-10-02T22:31:13.081+05:302011-10-02T22:31:13.081+05:30यथार्थ का बहुत सटीक चित्रण.
बेहतरीन प्रस्तुति. आ...यथार्थ का बहुत सटीक चित्रण. <br /><br />बेहतरीन प्रस्तुति. आभार.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2869980489980230235.post-31348909534709780952011-10-02T22:05:52.930+05:302011-10-02T22:05:52.930+05:30राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और यशस्वी प्रधानमंत्री र...राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और यशस्वी प्रधानमंत्री रहे स्व. लालबहादुर शास्त्री के जन्मदिवस पर उन्हें स्मरण करते हुए मेरी भावपूर्ण श्रद्धांजलि! <br />इन महामना महापुरुषों के जन्मदिन दो अक्टूबर की आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com